वक़्त ~ Pankaj Nayan Gautam May 27, 2018 बेवक़्त ही चल पड़ा था उम्मीदों पर अपने,,,, और वक्त ने हक़ीक़त से रूबरू करा दिया।। @imgautam_pn Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
गाँव ~ Pankaj Nayan Gautam September 06, 2020 गाँव' जब सुनते हैं ये शब्द तो क्या आते हैं ख़्याल, खुद में मगन वो नदियां पानी से भरे तालाब, हरी भरी पगडंडी पर मुस्काते हुए किसान । पर जाते हैं जब 'गांव' अस्तित्व से जूझती नदियां खाली से पड़े तालाब वीरान पड़ी गलियों पर सिसक रहा किसान।। -पंकज नयन गौतम Read more
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