सिलसिला ~ Pankaj Nayan Gautam September 06, 2020 बस ऐसे ही बढ़ता गया उन गुनाहों का सिलसिला ,जब मैंने कहा कि यह -तो तुमने भी किया है । -पंकज नयन गौतम Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
गाँव ~ Pankaj Nayan Gautam September 06, 2020 गाँव' जब सुनते हैं ये शब्द तो क्या आते हैं ख़्याल, खुद में मगन वो नदियां पानी से भरे तालाब, हरी भरी पगडंडी पर मुस्काते हुए किसान । पर जाते हैं जब 'गांव' अस्तित्व से जूझती नदियां खाली से पड़े तालाब वीरान पड़ी गलियों पर सिसक रहा किसान।। -पंकज नयन गौतम Read more
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